'पी. चिदंबरम, रॉबर्ट वाड्रा और डीके शिवकुमार से ईडी द्वारा दर्जनों बार पूछताछ की जा चुकी है, लेकिन फिर भी चुनाव की दस्तक के साथ ईडी को पूछताछ के लिए इनकी हिरासत चाहिए... दिल्ली में स्मॉग का आना अब जिस तरह तय हो गया, उसी तरह अब यह बात भी तय हो चुकी है कि जैसे ही किसी राज्य में विधानसभा चुनाव आएंगे, भाजपा का सबसे विश्वसनीय साथी- प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को नोटिस भेजने और हिरासत में लेने को आतुर हो जाएगा. फिर भी, मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम के तहत रिकॉर्ड नोटिस भेजे जाने के बावजूद 2016-17 में ईडी के केवल चार मामलों में सज़ा हुई थी.