'मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के कुछ संदिग्धों की जांच करने गई स्वास्थ्य विभाग की एक टीम पर पथराव हो गया. घटना इंदौर की है. इससे जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है...'
'मामला बोटाद जिले के विकालिया गांव का है. परिजनों का आरोप है कि बीते 28 मार्च को 40-50 पुलिसकर्मी उनके घर से आठ पुरुष सदस्यों को उठाकर ढासा पुलिस स्टेशन ले गए थे. बाद में उन पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने का मामला दर्ज कर बुरी तरह से पीटा था...'
'उत्तर प्रदेश के बरेली से एक हैरान करने वाली खबर है. यहां कोरोना वायरस संकट के चलते बसों को साफ करने वाले एक कैमिकल से उन मजदूरों के एक झुंड को नहला दिया गया जो शहर में दाखिल हो रहे थे. इस कवायद का मकसद इन लोगों को कोरोना वायरस से मुक्त करना था. इससे जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ये सभी मजदूर और उनके परिवार दिल्ली, हरियाणा और नोएडा से विशेष बसों के जरिये बरेली पहुंचे थे...'
'उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से भाजपा विधायक ने पुलिस से कहा है कि वह उन लोगों को गोली मार दे जो कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 21 दिन के लॉकडाउन का उल्लंघन करते पाए जाएं. रिपोर्ट्स के अनुसार, नंद किशोर गुर्जर ने उल्लंघन करने वालों को गोली मारने वाले हर पुलिस वाले को 5,100 रुपये का नकद इनाम देने की भी घोषणा की है...'
'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना वायरस संकट से बचने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दूसरे ही दिन देशभर से पुलिस द्वारा लोगों के साथ गलत व्यवहार करने के वीडियो सामने आ रहे हैं. ऐसा ही एक वीडियो उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले से सामने आया है. इस वीडियो में पुलिस कर्मियों द्वारा पीठ पर बैग बांधे कुछ युवकों को सड़क पर बैठ-बैठ कर चलने के लिए मजबूर किया जा रहा है...'
'वरिष्ठ पत्रकार और टीवी एंकर नवीन कुमार पर दिल्ली पुलिस ने बर्बर हमला किया है। आज सोमवार दोपहर जब वे दिल्ली में वसंतकुंज अपने घर से नोएडा फिल्म सिटी अपने दफ़्तर आ रहे थे तो रास्ते में पुलिस ने उन्हें चेकिंग के दौरान बुरी तरह पीटा। नवीन ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर अपने साथ हुई घटना और दुख को साझा किया है। आइए पढ़ते हैं उनका यह ‘खुला पत्र’ :...'
'झारखंड में एक और निर्दोष आदिवासी को उग्रवादी समझ सीआरपीएफ ने गोली मार दी है। घटना 20 मार्च के सुबह की है। तीन बेटियों के बाप खूंटी के रोशन होरो (36) इस ज्यादती के शिकार हुए हैं। घटना मुरहू थाना के एदेलबेड़ा उत्क्रमित मध्य विद्यालय के पास हुई है। डीजीपी एमवी राव ने पुलिस की गलती मानी है। साथ ही गोली चलानेवाले पर एफआईआर की बात कही है...'
'...दिल्ली दंगों में जिस मौत का सबसे ज़्यादा ज़िक्र हुआ वो थी 26 साल के अंकित शर्मा की मौत. इंटेलिजेंस ब्यूरो में कांस्टेबल पद पर तैनात अंकित शर्मा की लाश 26 फ़रवरी को चांद बाग़ इलाक़े में मौजूद एक नाले से मिली थी... अंकित की मौत की ख़बर आते ही सनसनी फैल गयी. सनसनी असल में मौत के कारण नहीं बल्कि मौत की वीभत्सता को लेकर थी. बताया गया कि अंकित के शरीर पर 400 चाकुओं के निशान हैं. उसे 400 बार चाकू या और नुकीले हथियारों से गोदा गया और फिर उसकी लाश को नाले में फेंक दिया गया. सोशल मीडिया पर ये बात आग की तरह फैली.
'...दंगा प्रभावित इलाकों से गुजरते हुए द वायर जब चांदबाग पहुंचा तो वहां कुछ स्थानीय लोगों से बातचीत में पता चला कि दंगाइयों ने किस तरह हिंसा के बीच महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया. ये महिलाएं समाज और पुलिस के डर से सामने नहीं आईं और न ही आना चाहती हैं. दंगाइयों की हैवानियत का शिकार हुईं इन पीड़ित महिलाओं में से कोई मां है, जिसकी दो बेटियों की शादी इसी साल होनी है, कोई अधेड़ उम्र की विधवा है, तो कोई नवविवाहिता. इन महिलाओं में इस कदर खौफ़ है कि अपने साथ हुई इस ज्यादती की शिकायत ये थाने में दर्ज नहीं कराना चाहतीं...'
'5 मार्च को प्राइवेट न्यूज़ चैनल ‘टाइम्स नाउ’ ने प्रसारण के दौरान एक वीडियो चलाया. वीडियो में दिल्ली दंगों के दौरान एक शख़्स को गोली चलाते हुए देखा जा सकता है. चैनल ने दावा किया – “दिल्ली हिंसा का नया वीडियो. रिपोर्ट के अनुसार ये मौजपुर का वीडियो है…पुलिस पर हमले का ये चौथा वीडियो.” चैनल ने इसे #ShaheenLynchModel हैशटैग के साथ ट्वीट किया... इसके एक दिन बाद भाजपा के सोशल मीडिया हेड अमित मालवीय ने यही वीडियो ट्वीट किया. उन्होंने ये दावा किया कि गोली चलाने वाला शख़्स मुस्लिम समुदाय का है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारी द्वारा पुलिस पर गोलीबारी करने का एक और वीडियो.