'झारखंड के दुमका में लॉकडाउन में एक शर्मनाक वारदात सामने आई है। यहां लॉकडाउन के बाद गांव लौट रही इंटर की 16 वर्षीय छात्रा से 10 युवकों ने गैंगरेप किया। यह घटना 24 मार्च को गोपीकांदर के गड़ियापानी जंगल में हुई। गैंगरेप का खुलासा तब हुआ, जब किशोरी ने गोपीकांदर थाना पुलिस को अपना बयान दिया। छात्रा ने बताया कि मदद के लिए बुलाए गए एक दोस्त और उसके दोस्त ने रेप किया, फिर आठ अन्य युवक पहुंचे और गैंगरेप को अंजाम दिया। वह रातभर जंगल में बेहोश पड़ी रही...'
'...दंगा प्रभावित इलाकों से गुजरते हुए द वायर जब चांदबाग पहुंचा तो वहां कुछ स्थानीय लोगों से बातचीत में पता चला कि दंगाइयों ने किस तरह हिंसा के बीच महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया. ये महिलाएं समाज और पुलिस के डर से सामने नहीं आईं और न ही आना चाहती हैं. दंगाइयों की हैवानियत का शिकार हुईं इन पीड़ित महिलाओं में से कोई मां है, जिसकी दो बेटियों की शादी इसी साल होनी है, कोई अधेड़ उम्र की विधवा है, तो कोई नवविवाहिता. इन महिलाओं में इस कदर खौफ़ है कि अपने साथ हुई इस ज्यादती की शिकायत ये थाने में दर्ज नहीं कराना चाहतीं...'
'उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के दौरान जनचौक न्यूज़ पोर्टल के पत्रकार सुशील मानव को एक समूह द्वारा रोककर मारपीट की गई और अपनी धार्मिक पहचान साबित करने को कहा गया. सुशील की आपबीती.'
'सुप्रीम कोर्ट ने यौन उत्पीड़न मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद को जमानत देने के इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका को मंगलवार को खारिज कर दिया. जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस नवीन सिन्हा की पीठ ने याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चिन्मयानंद को जमानत देने वाले आदेश में कारण दिए थे और इसलिए इसमें किसी हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है...'
'दिल्ली दंगों के दौरान हुई हिंसा के साथ महिलाओं के साथ बदसलूकी की घटनाएं भी हुई हैं. शिव विहार में हिंसा के बाद ढेरों महिलाओं ने मुस्ताफाबाद में शरण ली है. इन महिलाओं ने द वायर को बताया कि दंगों के दौरान उनके साथ यौन हिंसा की भी घटनाएं हुई हैं.'
'नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ दिल्ली में हुए हिंसक प्रदर्शन मामले में दाखिल याचिकाओं पर हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है. इस बीच जस्टिस एस. मुरलीधर को दिल्ली हाईकोर्ट से पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ट्रांसफर कर दिया गया है. जस्टिस मुरलीधर के तबादले पर विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार पर सवाल खड़े किए तो केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जवाब दिया... जस्टिस एस. मुरलीधर ने साल 2003 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री हासिल की. उन्होंने साल 2004 में 'लॉ, पॉवर्टी एंड लीगल एड: एक्सेस टू क्रमिनिल जस्टिस' नाम की एक किताब भी लिखी है... जस्टिस एस.
'उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में सामूहिक बलात्कार के आरोपी भाजपा विधायक रविंद्रनाथ त्रिपाठी और तीनों बेटों और भतीजों को पुलिस ने क्लीन चिट दे दी है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने सबूत नहीं होने का हवाला देकर शनिवार को विधायक त्रिपाठी, उनके दो बेटों और दो भतीजों को क्लीन चिट दे दी. विधायक त्रिपाठी का भतीजा संदीप तिवारी बलात्कार और अन्य अपराधों में मुख्य आरोपी है और उसे शनिवार को गिरफ्तार किया गया था... हालांकि महिला का कहना है कि वह अपनी लड़ाई जारी रखेगी.
'साहित्य अकादमी में यौन शोषण, शिकायत कर्ता की प्रताड़ना और यौन-शोषण व बलात्कार पर बेहतर स्त्रीवादी लेखन करने वाली लेखिका मैत्रेयी पुष्पा का अधिकारियों का बचाव… साहित्य अकादमी कल से 6 दिवसीय साहित्य सम्मेलन का आयोजन करने जा रहा है। इस बीच उसने जघन्य सेक्सिस्ट डिसीजन लेते हुए अपने सचिव पर यौन-उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली आरोपकर्ता को ही नौकरी से बर्खास्त कर दिया है...'
'राजस्थान के नागौर जिले के पांचौड़ी थाना क्षेत्र के करणू गांव में दबंगों द्वारा एक मोटरसाइकिल एंजेंसी में युवक के साथ बर्बरता करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि युवक के साथ पहले मारपीट की गई और उसके बाद पीड़ित के प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डाल दिया गया। गत रविवार को हुई इस घटना का वीडियो 19 फरवरी को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया...'
'उत्तर प्रदेश के भदोही से बीजेपी विधायक रविंद्रनाथ त्रिपाठी समेत उनके परिवार के छह लोगों पर एक महिला के साथ गैंगरेप का केस दर्ज किया गया है. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार भाजपा विधायक रविंद्रनाथ त्रिपाठी के साथ ही उनके तीन बेटों व भतीजों पर भी गैंगरेप का केस दर्ज किया गया है...'