'हाल ही में सामाजिक कार्यकर्ता कविता कृष्णन ने हर्ष मंदर, जॉन दयाल और कई अन्य सदस्यों के साथ मुजफ्फरनगर का दौरा किया और जमीनी हकीकत का जायजा लिया। यहां उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध के बाद बने हालातों पर जो कुछ देखा उसे ट्वीट के जरिए बयां किया है। कविता कृष्णन ने लिखा है, साक्ष्य बताते हैं कि यूपी पुलिस, पीएसी, आरएएफ "दंगाई" हैं। यहाँ, मुस्लिम घरों को निशाना बनाकर तोड़-फोड़ की गई। आरएएफ भी मुस्लिम घरों के इस विनाश में शामिल था। एक ने अपनी नीली टोपी यहीं छोड़ दी। पुलिस, पीएसी, आरएएफ ने घरों में तोड़फोड़ करते हुए कहा, "मुसलमानों को भारत से बाहर निकाल दिया जाएगा, फर्श और दीवारों को