सडसठ साल पहले आज़ाद भारत ने एक जनतांत्रिक संविधान को स्वीकारा जिसने सभी की सहभागिता को सुनिश्चित करते हुए समानता और न्याय के लिए एक मंच का निर्माण किया। हमारे संविधान निर्माता इस बात के प्रति चिन्तित थे कि जाति, सम्प्रदाय और धर्म के विभाजनों से परे एक धर्मनिरपेक्ष समाज का निर्माण किया जाए।
"आगामी चुनावों में नवउदारवाद, सांप्रदायिकता और सुविधापरस्ती के गठजोड़ से निकट भविष्य में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने और संघ परिवार की जड़ें और मजबूत होने की संभावनाएं लोकतांत्रिक सोच रखने वाले सभी लोगों के लिए चिंता का विषय हैं। औसत भारतीय नागरिक घोर सांप्रदायिक न भी हो, पर बढ़ते सांप्रदायिक माहौल के प्रति उदासीनता से लेकर सांप्रदायिक आधार पर गढ़े गए राष्ट्रवाद में व्यापक आस्था हर ओर दिखती है..." (और पढ़ें.)
"आज सारा कॉरपोरेट मीडिया—प्रिंट हो या ऑडियो विजुअल—एक सुर में राग अलाप रहा है कि ‘गुजरात मॉडल’ ही वह मॉडल है जो देश को विकास के रास्तों पर ले जा सकता है। गोया सारी कठिनाईयों को पार करने का एक मात्र रास्ता ‘गुजरात मॉडल’ और बकौल नरेंद्र मोदी ‘गुड गवर्नेंस’ उर्फ अच्छे प्रशासन को अपनाना ही है...
"रामबिलास पासवान के तस्वीर वाले उस पोस्टर के नीचे एक नारा लिखा रहता था ‘मैं उस घर में दिया जलाने चला हूं, जिस घर में अंधेरा है।’ उस वक्त़ यह गुमान किसे हो सकता था कि अपनी राजनीतिक यात्रा में वह दो दफा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आनुषंगिक संगठन भारतीय जनता पार्टी का चिराग़ रौशन करने पहुंच जाएंगे..." (और पढ़ें.)
"अवसरवादी नेताओं... का हर दल में स्वागत है, बशर्ते जातीय या सांप्रदायिक समीकरण, शोहरत अथवा अपनी आर्थिक हैसियत से वे जीतने की क्षमता रखते हों. फिलहाल, इस प्रवृत्ति का सबसे ज्यादा फायदा भाजपा को मिलता दिखता है... मोदी ने संघ प्रचारक से लेकर अब तक का सफर तय करते हुए संघ के वैचारिक मॉडल को जितने खुलेआम ढंग से आगे बढ़ाया, उतना शायद ही किसी और ने किया हो. इसलिए यह अकारण नहीं है कि मोदी के कारण भाजपा एवं संघ के समर्थक-समूह उत्साहित नजर आते हैं. संघ नेताओं ने कुछ महीने पहले कहा था कि 2014 का आम चुनाव उनके लिए ‘मेक या ब्रेक’ इलेक्शन है.
"16वीं लोकसभा के चुनाव में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा के कॉरपोरेट प्रेम को स्पष्ट रूप से महसूस किया जा सकता है। द नीलसन/इकोनॉमिक्स टाइम्स समाचारपत्र की ओर से किये गए एक सर्वेक्षण के अनुसार 100 उद्योगपतियों में से 74% उद्योगपति नरेन्द्र मोदी को अगले पीएम के रूप में देखना चाहते हैं। देश-विदेश की सारी कॉर्पोरेट शक्तियां लम्बे समय से पीएम पद के लिए नमो नमो का जाप करते नहीं थक रही हैं..."
"बिल्डर के इनकम टैक्स असेसमेंट में पैनाल्टी लगाने की धमकी देकर 25 लाख की रिश्वत मांगने वाली इनकम टैक्स की डिप्टी कमिश्नर पूनम राय के पति और बीजेपी चुनाव प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सह संयोजक गणेश मालवीय को भी सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है... गणेश मालवीय को पार्टी जिला या प्रदेश नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर के प्रकोष्ठ में शामिल कर लिया..."
"कांग्रेस के पूर्व सांसद अहसान जाफरी की विधवा जकिया जाफरी ने आज मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री पद के भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को वर्ष 2002 के दंगों के मामले में एसआईटी द्वारा क्लीन चिट देने के फैसले को सही ठहराने वाले अहमदाबाद मेट्रोपोलिटन अदालत के आदेश के खिलाफ गुजरात हाईकोर्ट में चुनौती दी है..."
"अपने दमदार खुलासों के लिए जानी जाने वाली वेबसाइट विकीलीक्स ने कहा है कि उसके केबल में कभी भी किसी अमेरिकी डिप्लोमैट ने बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी को 'ईमानदार' नहीं कहा था। विकीलीक्स ने सोमवार तड़के किए गए ट्वीट की सीरीज में 2011 में आए अपने केबल पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि इसमें कभी नहीं कहा गया था मोदी 'भारत के एकमात्र ईमानदार नेता' हैं..."