"मोहनखेड़ा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अभा प्रचारकों के चौथे दिन हुए मंथन में तय किया गया कि विद्या भारती व वनवासी परिषद की तरह सरकारी स्कूलों में भी संघ विचारधारा और संस्कारों की शिक्षा दी जाए। देश भक्ति व राष्ट्रवाद के विषय जोड़े जाएं। '' विचारधारा, शिक्षा और संस्कृति '' विषय के सत्र में संघ विचारकों ने कहा कि शिक्षा के व्यवसायीकरण के बजाय शिक्षा का भारतीयकरण करने की जरुरत है. संघ प्रमुख मोहन भागवत की मौजूदगी में हो रही बैठक में सभी अनुषांगिक संगठनों के अ.भा. स्तर के संगठन महामंत्री शामिल हुए। शनिवार को विद्या भारती, सेवा भारती, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले संघ के अन्य संगठनों के प्रचारकों ने शिक्षा की भावी रणनीति पर विचार किया। सर कार्यवाह भैयाजी जोशी की उपस्थिति में प्रचारकों ने जोर दिया कि अब देश में भाजपा की सरकार बन गई है। इसलिए बदलाव की शुरुआत शिक्षा के क्षेत्र से होनी चाहिए..."