'गुजरात हाई कोर्ट ने 2002 के नरोदा पाटिया सामूहिक हत्याकांड मामले में पूर्व मंत्री माया कोडनानी को आज बरी कर दिया. इससे पहले 2012 में विशेष एसआईटी कोर्ट ने उन्हें और बजरंग दल के नेता बाबू बजरंगी समेत 32 लोगों को दोषी ठहराया था. उसने माया कोडनानी को 28 साल कैद की सजा सुनाई थी... नरोदा पाटिया हिंसा मामले में गवाही देने वालों की मानें तो माया कोडनानी दंगे के वक्त वहां मौजूद थीं. उन्होंने दावा किया कि कोडनानी ने दंगाइयों को उकसाने का काम किया था. उन पर आरोप था कि उन्होंने भड़काऊ भाषण देकर दंगाइयों को मुस्लिम बस्तियों में हमला करने के लिए कहा था.'