"केंद्र में पूर्ण बहुमत से की बनी बीजेपी सरकार के सामने संघ नेता एक एक कर अपना एजेंडा सामने लाने लगे हैं। इस बारे में ताजा मांग आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने की है। इंद्रेश ने सरकार से मांग की है कि यूपीए सरकार के दौरान आरएसएस और दूसरे हिंदू संगठनों के नेताओँ के खिलाफ दर्ज किए गए मामलों की समीक्षा की जाए। इंद्रेश ने कहा है कि यूपीए सरकार ने राजनीतिक द्वेष से संघ नेताओँ के खिलाफ ये मामले दर्ज कराए थे। दूसरी मांग दिल्ली वीएचपी( विश्व हिंदू परिषद) की तरफ से आई है जिसमें एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र और राज्य सरकारों से जल्द से जल्द गीता को राष्ट्रीय किताब घोषित करने और पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की है..."