'जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पूर्व आईएएस अधिकारी शाह फैसल के खिलाफ विवादास्पद जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया है. आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के बाद से हिरासत में बंद फैसल के खिलाफ शुक्रवार रात को पीएसए के तहत मामला दर्ज किया गया है. जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की ‘एहतियातन हिरासत’ की मियाद खत्म होने से महज कुछ ही घंटे पहले छह फरवरी की रात को दोनों नेताओं के खिलाफ पीएसए के तहत मामला दर्ज किया गया था...'
'कर्नाटक के बीदर की एक सत्र न्यायालय ने शुक्रवार को एक स्कूल में सीएए पर नाटक मंचन को लेकर राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार शाहीन प्राइमरी और हाई स्कूल की संचालिका फरीदा बेगम और एक छात्र की मां नजमुनिस्सा को जमानत दे दी है. इन दोनों महिलाओं पर आरोप था कि इन्होंने विद्यालय में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ विद्यालय में एक नाटक आयोजित किया था, जिसके बाद इन्हें राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. 30 जनवरी को गिरफ्तारी के बाद से वे हिरासत में थी...'
' उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में भाषण देने के आरोप में मथुरा जेल में बंद डॉ. कफील खान के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्यवाही की गई है. अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरी ने बताया, ‘डॉ. कफील खान के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई है और वे जेल में ही रहेंगे.’ कफील वर्तमान में मथुरा जेल में बंद हैं...'
'नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) के खिलाफ चल रहे विरोध के बीच, उत्तर प्रदेश पुलिस कथित रूप से उन 21 संगठनों की पहचान कर उनपर नजर रख रही है जिन्होंने सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन किया था और इसके खतरे बताने वाले पैम्फलेट व अन्य पढ़ने वाली सामग्री वितरित की थी। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 16 फरवरी को अपने संसदीय क्षेत्र में विजिट का कार्यक्रम है ऐसे में कोई विरोध आदि न करे इसलिए पुलिस ऐसे संगठन के लोगों या प्रमुखों की गतिविधियों पर नज़र रख रही है और स्थानीय खुफिया इकाई (एलआईयू) सोशल मीडिया पर भी नजर रख रही है...'
'उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में बलात्कार के एक आरोपी ने नाबालिग पीड़िता के पिता की गोली मारकर हत्या कर दी. यह घटना 11 फरवरी शाम की है. एसएसपी ने लापरवाही बरतने के आरोप में एक चौकी इंचार्ज सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक फिरोजाबाद जिले में बलात्कार पीड़िता के पिता की हत्या के आरोपी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुधवार रात को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने कहा कि तीस वर्षीय आचमन उपाध्याय उर्फ छोटू को एक मुठभेड़ के दौरान बाईपास रोड के पास से गिरफ्तार किया गया...'
'CJP असम में एनआरसी से बाहर किए गए लोगों को निशुल्क कानूनी सहायता देने के साथ ही 3 साल से अधिक समय तक हिरासत में रहने वाले लोगों की सुरक्षित रिहाई में मदद कर रहा है, यहां से खबर आ रही है कि प्रशासन डिटेंशन कैंप में बंद लोगों को उचित पोषण नहीं दे रहा है...'
'नज़्बुन्निसा सिंगल मदर हैं जो दूसरों के घरों में काम कर गुज़ारा करती हैं. उन्होंने हमें अपना पूरा नाम नहीं बताया. नज़्बुन्निसा और फ़रीदा बेगम को 30 जनवरी को गिरफ़्तार किया गया था. फ़रीदा उस स्कूल में टीचर हैं जहां उनकी बेटी पढ़ाई करती है. दोनों महिलाओं पर राष्ट्रद्रोह का आरोप लगाया गया है जिससे दोनों इनकार करती रही हैं. कर्नाटक के उत्तर में बसे बीदर ज़िले की जेल में मेरी उनसे मुलाक़ात हुई. जेल अधिकारी के कमरे में हुई मुलाक़ात में उन्होंने कहा कि वो मज़बूत बने रहने की बहुत कोशिश कर रही हैं लेकिन अचानक से उनकी ज़िंदगी में उथल-पुथल मच गई है...'
' उत्तर प्रदेश के मेरठ में आम आदमी पार्टी विधायक अमानतुल्लाह खान के परिजनों और रिश्तेदारों की पुलिस द्वारा पिटाई करने का मामला सामने आया है। अमानतुल्लाह खान दिल्ली की ओखला विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि मेरठ के परीक्षितगढ़ क्षेत्र के आगवानपुर गांव में अमानतुल्लाह खान के परिजनों और रिश्तेदारों की पुलिस ने पिटाई की है। यह आरोप अमानतुल्लाह खान के परिजनों और रिश्तेदारों ने खुद वीडियो जारी कर लगाया। अमानतुल्लाह खान के परिजनों और रिश्तेदारों का कहना है कि योगी की पुलिस ने मारपीट करने के साथ अभद्रता भी की।उनका आरोप है कि हम दिल्ली की ओखला विधानसभा सीट से अम
'अंतिम सूची के 31 अगस्त 2019 में प्रकाशन होने के बाद आधिकारिक वेबसाइट www.nrcassam.nic.in पर वास्तविक भारतीय नागरिकों के नाम शामिल और बाहर किए जाने का पूरा विवरण अपलोड किया गया था। यह डेटा पिछले कुछ दिनों से उपलब्ध नहीं है और इसने लोगों में, खासतौर पर सूची से बाहर किए गए लोगों के बीच दहशत पैदा कर दी है क्योंकि उनके नाम खारिज किए जाने का प्रमाणपत्र उन्हें जारी किया जाना अभी बाकी है...'
'उत्तर प्रदेश पुलिस ने ‘नागरिक सत्याग्रह पदयात्रा’ पर निकले करीब आधा दर्जन युवाओं को गाजीपुर में गिरफ्तार कर लिया है. यह पदयात्रा राज्य के चौरी-चौरा से शुरू हुई थी और इसे दिल्ली में राजघाट पर खत्म होना था. यात्रा में शामिल युवाओं के मुताबिक यह यात्रा चौरी-चौरा से इसलिए शुरू की गई क्योंकि ‘यह वो जगह थी जहां 1922 में यानी लगभग सौ साल पहले अंग्रेजों के खिलाफ हुई हिंसा के कारण गांधी ने असहयोग आंदोलन वापस ले लिया था. उस दिन ऐसे आज़ाद हिंदुस्तान की तासीर तय हो गई थी जहां हिंसा के लिए कोई जगह नहीं थी, फिर चाहे वो हमारा शोषक, हमारा दुश्मन ही क्यों न हो.’...'