'देश की राजधानी दिल्ली सांप्रदायिक हिंसा से जूझ रही है. 40 के क़रीब लोगों की मौत हो चुकी है. सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. क़रीब 600 से ज़्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है. हिंसा के इर्द-गिर्द राजनीति भी चरम पर है. हर ख़ेमे के लोग अपने-अपने एजेंडा को आगे बढ़ाने की फ़िराक़ में हैं. इस चक्कर में कितने ही लोगों ने ग़लत ख़बरें, भ्रामक जानकारियां फैलाईं. कितने ही मेसेज, तस्वीरें, वीडियो वगैरह सोशल मीडिया पर फैल रहे हैं. ऑल्ट न्यूज़ लगातार इन मेसेजेज़, तस्वीरों, वीडियोज़ की पड़ताल कर रहा है और इनकी सच्चाई आप तक ला रहा है...'
'25 फ़रवरी के ट्विटर ट्रेंड्स में ‘mosque’ और ‘Rana Ayyub’ टॉप पर रहा. ये तब हुआ जब अयूब ने एक वीडियो ट्वीट किया. वीडियो में कुछ लोगों को एक मस्जिद पर हनुमान झंडा लहराते हुए ‘जय श्री राम’ और ‘हिंदुओं का हिंदुस्तान’ नारे लगाते हुए सुना जा सकता है. अयूब ने बाद में इस वीडियो को तहसीन पूनावाला के दावे के बाद डिलीट कर दिया. तहसीन का दावा था कि इस वीडियो का नागरिकता संशोधन कानून से कोई लेना देना नहीं है. अयूब ने इस वीडियो की पुष्टि करने के बाद इसे फ़िर से शेयर किया है...'
'भाजपा ने हालिया दिल्ली विधानसभा चुनाव में पहली बार डीपफेक तकनीक का इस्तेमाल किया था. समाचार वेबसाइट वाइस के मुताबिक इसकी मदद से दिल्ली भाजपा के मुखिया मनोज तिवारी के दो वीडियो बनाए गए. एक वीडियो में वे अंग्रेजी में बोल रहे थे जबकि दूसरे में हरियाणवी लहजे में. ऐसा अलग-अलग वर्ग के वोटरों को अपनी तरफ खींचने के लिए किया गया. इन वीडियो में मनोज तिवारी सीएए को लेकर दिल्ली में सत्ताधारी पार्टी आप और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आलोचना करते दिखते हैं. भाजपा का कहना है कि ये वीडियो करीब 5800 वाट्सएप ग्रुप्स में शेयर किए गए थे...'
'उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को दावा किया कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ गत 19 दिसंबर को राज्य के विभिन्न जिलों में हुई हिंसा के दौरान एक भी व्यक्ति पुलिस की गोली लगने से नहीं मरा. योगी ने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा, ‘सीएए के खिलाफ उपद्रव के दौरान पुलिस की गोली से कोई नहीं मरा.
'15-16 फ़रवरी, 2020 की दरमियानी रात जामिया को-ऑर्डिनेशन कमिटी ने 15 दिसंबर, 2019 को हुए लाइब्रेरी में पुलिस की बर्बरता का CCTV फ़ुटेज ट्वीट किया. ये वीडियो 45 सेकंड का था जिसमें पुलिस को छात्रों पर बेरहमी से डंडे बरसाते हुए देखा जा सकता है. ये लाइब्रेरी के अंदर का वीडियो है और पुलिस छात्रों को पीटते हुए वहां से भगाने की कोशिश कर रही है. ध्यान देने वाली बात ये है कि इसी घटना का 29 सेकंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है... 16 फ़रवरी को शाम 5 बजे इंडिया टुडे ने अपने ‘एक्सक्लूज़िव’ प्रसारण में एक अन्य CCTV फ़ुटेज चलाया. जिसमें उन्होंने दावा किया कि ये वायरल वीडियो के चंद मिनटों पहले का सीन है...
'13 दिसंबर को सीएए के खिलाफ जामिया के छात्रों के प्रदर्शन के बाद 15 दिसंबर को जामिया परिसर में हिंसा हुई थी, जहां पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया था, साथ ही लाइब्रेरी में आंसू गैस फेंकी गयी थी. पुलिस द्वारा लाइब्रेरी में घुसने और लाठीचार्ज करने की बात से इनकार किया गया था, हालांकि 16 फरवरी को सामने आए एक वीडियो में पुलिस लाइब्रेरी के अंदर नजर आयी थी. इसी शाम एक दिल्ली पुलिस द्वारा एक अन्य वीडियो जारी किया गया था, जिसमें उनके अनुसार ‘दंगाई’ लाइब्रेरी में घुसे थे. इस वीडियो में कई छात्र लाइब्रेरी में घुसकर दरवाजे के आगे फर्नीचर लगाकर उसे ब्लॉक कर रहे थे.
'राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग (एनएससी) के अध्यक्ष बिमल कुमार रॉय ने करीब एक महीने पहले कहा था कि चार दशकों में पहली बार उपभोक्ता खर्च में आई कमी दिखाने वाली आधिकारिक सर्वे रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी लेकिन अब स्वायत्त संस्था ने रिपोर्ट न जारी करने का फैसला किया है. बिजनेस स्टैंडर्ड के अनुसार, रॉय ने कहा, ‘मैं कोशिश की. (15 जनवरी की एनएससी बैठक में) सर्वे को जारी करने के लिए मैंने एक प्रस्ताव दिया लेकिन मुझे कोई समर्थन नहीं मिला. मैंने अध्यक्ष के रूप में प्रस्ताव रखा था, लेकिन यह नहीं हुआ.
'जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी द्वारा 15 दिसंबर 2019 को जामिया मिलिया इस्लामिया की लाइब्रेरी में पुलिस के घुसने और हिंसा की फुटेज जारी करने के एक दिन बाद एक अन्य फुटेज सामने आयी है, जहां पुलिस छात्रों के लाइब्रेरी का दरवाजा ब्लॉक करने के बाद उसे तोड़कर अंदर घुसकर निहत्थे छात्रों पर लाठियां बरसाती नजर आ रही है. मकतूब मीडिया द्वारा जारी 5 मिनट लंबी यह वीडियो फुटेज ओल्ड रीडिंग हॉल के दरवाजे के पास लगे सीसीटीवी की है.
'आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतउल्लाह खान की एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट व्हाट्सएप पर प्रसारित है। इस कथित ट्वीट में आप नेता को हाल ही में विधानसभा चुनावों में मिली जीत का क्रेडिट इस्लाम की जीत को देते हुए कहते है, “पुरे इंडिया में इस्लाम की जीत होगी।” मधु कीश्वर ने इसे ट्वीट करते हुए लिखा है, “बिल्कुल सही आंकलन।”... कथित प्रसारित ट्वीट के शब्दों को ट्विटर पर सर्च करने से हमें कोई परिणाम नहीं मिला। हालांकि, ऐसा हो सकता है कि ट्वीट को डिलीट कर दिया गया हो इसीलिए ऑल्ट न्यूज़ ने विश्लेषण करना शुरू किया। हमारी पड़ताल में ये ट्वीट फ़र्ज़ी निकला...'
'अहमदाबाद नगर निगम इंदिरा ब्रिज से सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट को जोड़ने वाली रोड के किनारे बसी झुग्गी-झोपड़ियों के आगे दीवार बना रहा है. यह दीवार 500 मीटर लंबा और सात फीट चौड़ी है. एनडीटीवी के अनुसार, यह दीवार इसलिए बनाई जा रही है कि ताकि भारत दौरे पर आ रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ये झुग्गी-झोपड़ियां न दिखें. अपने दो दिनों के भारत दौरे के दौरान ट्रंप अहमदबाद भी जाएंगे. ट्रंप और मोदी की अहमदाबाद में एक रोड शो करने की योजना है...'