'कोरोना वायरस का संक्रमण धीरे-धीरे बढ़ रहा है. इसी बीच कन्नडा चैनल ‘पब्लिक TV’ ने 14 मार्च को एक न्यूज़ बुलेटिन दिखाया. इसमें दावा किया गया कि कर्नाटका, भटकाल में चार मुस्लिम युवक दुबई से लौटे हैं और उन्होंने धार्मिक कारणों से कोरोना का टेस्ट करवाने से मना किया है. हालांकि, प्रसारण का वीडियो ऑफिशियल यूट्यूब चैनल से अब डिलीट कर दिया गया है मगर आप इसे नीचे देख सकते हैं...'
'5 मार्च को प्राइवेट न्यूज़ चैनल ‘टाइम्स नाउ’ ने प्रसारण के दौरान एक वीडियो चलाया. वीडियो में दिल्ली दंगों के दौरान एक शख़्स को गोली चलाते हुए देखा जा सकता है. चैनल ने दावा किया – “दिल्ली हिंसा का नया वीडियो. रिपोर्ट के अनुसार ये मौजपुर का वीडियो है…पुलिस पर हमले का ये चौथा वीडियो.” चैनल ने इसे #ShaheenLynchModel हैशटैग के साथ ट्वीट किया... इसके एक दिन बाद भाजपा के सोशल मीडिया हेड अमित मालवीय ने यही वीडियो ट्वीट किया. उन्होंने ये दावा किया कि गोली चलाने वाला शख़्स मुस्लिम समुदाय का है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारी द्वारा पुलिस पर गोलीबारी करने का एक और वीडियो.
'आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन को दिल्ली दंगों के दौरान आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की मौत का ज़िम्मेदार बताया गया है. शर्मा की लाश 26 फ़रवरी को हुसैन के घर के पास वाले एक नाले में मिली थी. उसके बाद से आप नेता को पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया और उन्हें पुलिस हिरासत में रखा गया है. इस पूरे दौरान दिल्ली में हुई हिंसा और ताहिर हुसैन से जुड़ी कई मीडिया रिपोर्ट्स में पत्रकारिता के मूलभूत सिद्धांतों की अनदेखी की गई. ऐसी ही एक रिपोर्ट है ‘सुदर्शन न्यूज़’ की. 27 फ़रवरी को चैनल ने दो मिनट का एक वीडियो ट्वीट किया जिसके अनुसार वो ताहिर हुसैन के घर की ग्राउंड रिपोर्ट है.
'ट्विटर यूज़र @RD_BANA ने चार तस्वीरों का एक कोलाज शेयर किया, जिसके साथ दावा किया गया कि मुस्लिम व्यक्ति बिरयानी में दवाई मिला कर परोस रहा है. ट्वीट में लिखा है – मुस्लिम और हिंदुओं के लिए अलग अलग बर्तनों में बिरयानी बनाई जा रही है. हिंदुओं को ऐसी बिरयानी दी जा रही है जिसमें नपुंसक बनाने की दवाई मिलाई गई हो. कोयंबटूर की एक होटल में ऐसी ही बिरयानी बांटते हुए पकड़ा गया है. इस होटल का नाम माशा अल्लाह ऑफ़ रहमान बिस्मिल्लाह है. मेसेज के अंत में सतर्क करते हुए कहा गया है कि ध्यान रखे! वो हर तरीकों से आप तक पहुंचना चाहते हैं...'
'कई यूज़र्स ‘दिलावर शेख (@DilawarShaikh_)’ की एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे हैं. ट्वीट में शेख, हिंदुओं को सबक सिखाने के लिए उन्हें काटने की बात कह रहे हैं. शेख ने खुद को ‘अल जज़ीरा का संवाददाता’, पहले ‘द वायर’ से जुड़ा हुआ और खुद को राणा आयूब से प्रभावित बताया है. हालांकि, उन्होंने अब अपना अकाउंट डिलीट कर दिया है... वेबसाइट ‘ऑपइंडिया’ ने भी ऐसे ही दावों वाला एक आर्टिकल प्रकाशित किया था. हालांकि उन्होंने बिना कोई वजह बताए इस आर्टिकल को डिलीट कर दिया है... शेख का ये दावा कि वो ‘अल जज़ीरा’ और ‘द वायर’ के साथ काम करते हैं, गलत है.
'एक साधारण सवाल के जवाब से यस बैंक के चरमराने में छिपे घोटाले की परतें अपने आप खुल जाएंगीं. सवाल है कि आखिर कैसे यस बैंक द्वारा दिए गए कुल कर्जे में मार्च, 2017 से 31 मार्च 2019 के बीच 80 फीसदी की बढ़ोतरी हो गयी, जबकि अर्थव्यवस्था धराशायी थी, कर्ज की मांग असाधारण रूप से निचले स्तर पर थी और निजी निवेश के पटरी पर लौटने का कहीं कोई संकेत नहीं था. यस बैंक द्वारा दिया गया कुल कर्ज वित्त वर्ष 2017 से वित्त वर्ष 2019 के बीच 1,32,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,41,000 करोड़ रुपये हो गया.
'कर्नाटक के बीजापुर से भाजपा विधायक बीपी यत्नाल द्वारा स्वतंत्रता सेनानी एचएस दोरेस्वामी को फर्जी स्वतंत्रता सेनानी और पाकिस्तानी एजेंट कहे जाने पर विवाद बढ़ गया है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, यत्नाल ने दोरेस्वामी से कहा है कि वह साक्ष्य पेश करें कि स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी भूमिका रही है. यत्नाल के इस बयान का केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी सहित कई भाजपा नेताओं ने समर्थन किया था...'
'सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के साथ ये दावा किया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने विधायक को जूते से पीटा. शेषधर तिवारी नाम के ट्विटर यूज़र, जिनके 48 हज़ार से ज़्यादा फॉलोअर्स हैं. उन्होंने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा है, “झाड़ू की मीटिंग चल रही थी और संजय सिंह ने अपने विधायक को जूते से पीटा उसके बाद तो विधायक जी ने संजय सिंह की अच्छी तरह से लात जूते से ख़ातिरदारी की। वह भाई, मज़ा आ गया। फ्री वालों के लिए फ्री मनोरंजन।”... एक कीवर्ड सर्च से इस वीडियो की सच्चाई सामने आ जाती है. ये घटना मार्च, 2019 की है. और ये दोनों भाजपा नेता शरद त्रिपाठी और राकेश सिंह बघेल हैं...'
'जानकारों का कहना है कि आरबीआई पूरी सच्चाई पहले से जानती थी और वह इसे बता नहीं रही थी। और यह भी सच है कि सबसे अधिक लोन भाजपा के समय में दिए गए हैं। हमेशा पिछले शासन को दोष नहीं दे सकते हैं... इस खबर के बाद अब बात करते हैं कि यस बैंक की स्थिति इतनी बदतर हुई कैसे ?
'कर्नाटक में एक भाजपा नेता के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एचएस डोरेस्वामी को पाकिस्तानी एजेंट कहे जाने पर विवाद हो गया है. विपक्षी कांग्रेस ने इसके लिए विजयपुरा से भाजपा विधायक बसवराज यत्नाल के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है... 102 साल के एचएस डोरेस्वामी भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार की नीतियों के आलोचक रहे हैं...'