"अमित शाह का भाजपा अध्यक्ष चुना जाना लगभग तय हो गया है। यह पद उन्हें लोकसभा चुनावों में, खासकर उत्तर प्रदेश प्रभारी के तौर पर उल्लेखनीय भूमिका निभाने के पुरस्कार स्वरूप दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे विश्वासपात्र होने के चलते भी बहुत पहले से कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें कोई महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। मगर हैरानी की बात है कि न नरेंद्र मोदी को अपना कहा याद रहा कि दागी नेता पहले दोषमुक्त हों फिर पद की उम्मीद करें, न राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को पिछली नजीरें याद रहीं। कुछ साल पहले ही नितिन गडकरी को इसलिए अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा कि उन पर अपने व्यवसाय में अनियमितता के आरो