' उत्तर प्रदेश के मेरठ में आम आदमी पार्टी विधायक अमानतुल्लाह खान के परिजनों और रिश्तेदारों की पुलिस द्वारा पिटाई करने का मामला सामने आया है। अमानतुल्लाह खान दिल्ली की ओखला विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि मेरठ के परीक्षितगढ़ क्षेत्र के आगवानपुर गांव में अमानतुल्लाह खान के परिजनों और रिश्तेदारों की पुलिस ने पिटाई की है। यह आरोप अमानतुल्लाह खान के परिजनों और रिश्तेदारों ने खुद वीडियो जारी कर लगाया। अमानतुल्लाह खान के परिजनों और रिश्तेदारों का कहना है कि योगी की पुलिस ने मारपीट करने के साथ अभद्रता भी की।उनका आरोप है कि हम दिल्ली की ओखला विधानसभा सीट से अम
'उत्तर प्रदेश पुलिस ने ‘नागरिक सत्याग्रह पदयात्रा’ पर निकले करीब आधा दर्जन युवाओं को गाजीपुर में गिरफ्तार कर लिया है. यह पदयात्रा राज्य के चौरी-चौरा से शुरू हुई थी और इसे दिल्ली में राजघाट पर खत्म होना था. यात्रा में शामिल युवाओं के मुताबिक यह यात्रा चौरी-चौरा से इसलिए शुरू की गई क्योंकि ‘यह वो जगह थी जहां 1922 में यानी लगभग सौ साल पहले अंग्रेजों के खिलाफ हुई हिंसा के कारण गांधी ने असहयोग आंदोलन वापस ले लिया था. उस दिन ऐसे आज़ाद हिंदुस्तान की तासीर तय हो गई थी जहां हिंसा के लिए कोई जगह नहीं थी, फिर चाहे वो हमारा शोषक, हमारा दुश्मन ही क्यों न हो.’...'
'संशोधित नागरिकता कानून के ख़िलाफ़ पूरे देश में आंदोलन जारी है। दिसंबर से ये सिलसिला चल रहा है। देश के अलग-अलग इलाकों में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए और सरकारों की तरफ से इस विरोध प्रदर्शन को रोकने की कोशिश की गयी। लेकिन उत्तर प्रदेश में सरकर ने अपने ही नागरिकों के खिलाफ बहुत ही क्रूर ढंग से कार्रवाई की। सरकार की क्रूर कार्रवाई की गवाह बनी सोशल मीडिया पर इस सिलसिले के कई सारे वीडियो और तस्वीरें हैं। जिन्हें आप कभी भी देख सकते हैं। इस क्रूरता के खिलाफ सिविल सोसाइटी के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश का दौरा किया और पुलिस दमन पर रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसी कड़ी में क्विल फॉउंडेशन, बच्चों के अधिकारों क
'एक विधि छात्रा के यौन उत्पीड़न मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता चिन्मयानंद की जेल से रिहाई के बाद उनके आश्रम पर पूजा के बाद प्रसाद रूप में सैकड़ों लोगों को भोजन कराया गया, साथ ही उनके आश्रम पहुंचने पर राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेटों ने उनकी अगवानी की. इलाहाबाद उच्च न्यायालय से चिन्मयानंद की जमानत मंजूर होने के बाद बुधवार शाम को जिला जेल से चिन्मयानंद की रिहाई हो गई. इसके बाद वह अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ मुमुक्षु आश्रम आए, जहां राष्ट्रीय कैडेट कोर के कैडेट्स ने उनकी अगवानी की तथा उन्हें सलामी भी दी...'
'उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में नागरिकता संशोधित कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में प्रदर्शन और देश विरोधी नारेबाजी करने के आरोप में 35 नामजद और सैकड़ों अज्ञात लोगों के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में पुलिस ने 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है...'
'उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ जिले में नागरिकता संशोधन क़ानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के ख़िलाफ़ विरोध करने की वजह से महिलाओं को पुलिस की बर्बर कार्रवाई का सामना करना पड़ा है। उत्तर प्रदेश की पुलिस ने ज़िले के जौहर पार्क में विरोध कर रही महिलाओं पर मंगलवार को लाठीचार्ज और पथराव किया है। इतना ही नहीं सुबह तक पुलिस ने ना सिर्फ़ पार्क खाली करवा दिए बल्कि उसमें पानी भी भरवा दिया है। ख़बर लिखे जाने तक वहाँ पर पीएससी तैनात है, एरिया छावनी में तब्दील हो गया है। आपको बता दें कि जौहर पार्क में मंगलवार सुबह 11 बजे के क़रीब कुछ महिलाएं सीएए और एनआरसी के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन करने जमा हुई थीं। रात
'पिछले महीने हुए नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) विरोधी प्रदर्शनों के दौरान दंगा कराने और हत्या के प्रयास के दो आरोपियों को जमानत देते हुए उत्तर प्रदेश के बिजनौर के एक सत्र अदालत ने पुलिस के दावों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा कोई सबूत नहीं दिखाया जिससे पता चले कि आरोपी गोलीबारी या आगजनी में लिप्त थे या पुलिस ने आरोपियों से कोई हथियार जब्त किया हो या कोई पुलिसकर्मी गोली से घायल हुआ हो. बता दें कि, सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान बिजनौर उत्तर प्रदेश में सबसे बुरी तरह से प्रभावित जिलों में से एक था.
'उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ महिलाओं के प्रदर्शन को लेकर तीखा हमला बोला है. पीटीआई के मुताबिक उन्होंने कहा कि कुछ लोगों में इतनी हिम्मत नहीं कि वे स्वयं आंदोलन करें, इसलिए घर की महिलाओं और बच्चों को चौराहों पर बैठा दिया है. कानपुर में सीएए के समर्थन में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ का यह भी कहना था कि प्रदर्शन के नाम पर हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा... योगी आदित्यनाथ ने आजादी के नारे लगाने वालों पर भी सवाल उठाया.
'उत्तर प्रदेश के हिंसा प्रभावित 15 ज़िलों में जाकर देश के क़रीब 30 विश्वविद्यालयों के छात्रों द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं और कहा गया है कि उसने प्रदर्शन को रोकने और लोगों को खदेड़ने के बजाय लोगों पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं और युवाओं ख़ासकर नाबालिगों को निशाना बनाया गया...'
'सांसद संजीव बालियान ने बुधवार को मेरठ के शताब्दी नगर में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के छात्रों को जेएनयू, जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सटी (एएमयू) में 10% आरक्षण दे दिया जाए तो वहां लोग ‘टुकड़े-टुकड़े’ का नारा लगाना भूल जाएंगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश वाले उनका इलाज कर देंगे...'